कोरोना की कहानी

 ये है कहानी कोरोना की

सिर पर इनके मुकुट साजे
इसलिए कोरोना नाम बाजे
मानवों में ये रोग फैलावें
खांसने-छींकने से फैल जावैं
जिसके शरीर में घुस जावैं
अस्पताल उसको पहुचावैं
जिस-जिस देश में जावैं
खूब तबाही ये मचावैं
बूढ़े-बच्चे सब को सतावैं
दिन दूनी और रात चौगनी
मरीजों की संख्या बढ़ावै
साबुन-सैनिटाइजर के निकट ना आवैं
आपसी दूरी इन से बचावैं
भीड़-भाड़ में तुरन्त फैल जावैं
शहर के शहर ये बन्द करावैं |




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