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जाति है कि जाती नहीं!

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जातिवाद की समस्या क्या है ? जातिवाद भारत की एक मुख्य सामाजिक समस्या माना जाता रहा है। जाति-व्यवस्था से ही समाज में ऊँच-नीच की भावना पैदा हुई। कर्म के आधार पर विकसित जाति-व्यवस्था जन्म के आधार को गले लगा ली जिसका समाज पर बुरा प्रभाव पड़ा। आज जातिवाद केवल सामाजिक समस्या ही नहीं राजनीतिक समस्या भी बन गई है, क्योंकि जाति और राजनीति दोनों एक-दूसरे को प्रभावित करने लगी हैं। रजनी कोठारी ने इस संबंध में अपना विचार व्यक्त करते हुए सही कहा है कि आज हम जातिविहीन राजनीति की कल्पना नहीं कर सकते। उनका कहना सही है कि राजनीति में जातीयता का इतना प्रभाव हो गया है कि ‘बेटी और वोट अपनी जाति को दो’ का प्रचलन किया गया है। “जातिवाद को खत्म किए बिना सामाजिक समानता और न्याय की कल्पना असंभव” जाति का उन्मूलन एक शक्तिशाली और विवादास्पद अवधारणा है, जो दशकों से भारत में सामाजिक न्याय और समानता पर चर्चा का केंद्र रहा है। दूरदर्शी समाज सुधारक  डॉ. बी.आर. अम्बेडकर  के अनुसार, जाति के विनाश की अवधारणा गहराई से स्थापित पदानुक्रमित सामाजिक संरचना को चुनौती देती है जिसने सदियों से भारतीय समाज को त्रस्त किया है। यह लेख जा
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  कंप्यूटर कीबोर्ड Qwerty फॉर्मेट में क्यों होता है यदि आप कंप्यूटर का इस्तेमाल करते है और कंप्यूटर के बारे में सारी जानकारी भी होगी क्योकि हमे सारी जानकारी मिल जाती है आपको कंप्यूटर का इस्तेमाल करते बहुत समय हो गया है और अपने कंप्यूटर की सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर की आपको जानकारी होनी चाहिए क्योकि आज कंप्यूटर एक जरूरत बन गया है क्योकि लगभग हर जगह इसका प्रयोग होता है क्या आपने अपने कंप्यूटर कीबोर्ड के बारे में सोचा की वो Qwerty फॉर्मेट में क्यों होता है वह ABCD फॉर्मेट में क्यों नही होता है इसकी जानकारी तो सायद आपके पास न हो और अपने कभी सोचा भी नही होगा जब आप टाइपिंग करते हो तो आपको तेज टाइपिंग करते हुए बहुत समय होगया और आप एक्सपर्ट भी हो सकते हो पर आपको इसके बारे में सायद ही पता होगा लेकिन सभी कंप्यूटर और लैपटॉप में कीबोर्ड Qwerty फॉर्मेट में होती है और आपको बता दू की पहले  कीबोर्ड  ABCD फॉर्मेट में होता था बाद में इसको बदला गया तो में आज आपको बताउगा की कंप्यूटर कीबोर्ड  Qwerty फॉर्मेट में क्यों होता है और Qwerty फॉर्मेट में क्यों बदला गया तो देखिये | ABCD फॉर्मेट वाला कीबोर्ड आपको बता पह

मातृ दिवस----- मई माह के दूसरे रविवार

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  आधुनिक  मातृ दिवस  का  अवकाश  ग्राफटन  वेस्ट वर्जिनिया  में एना जार्विस के द्वारा समस्त  माताओं  तथा मातृत्व के लिए खास तौर पर पारिवारिक एवं उनके आपसी सम्बन्धों को सम्मान देने के लिए आरम्भ किया गया था। यह दिवस अब दुनिया के हर कोने में अलग-अलग दिनों में मनाया जाता हैं। जैसे कि  पिताओं  को सम्मान देने के लिए  पितृ दिवस  की छुट्टी मनाई जाती हैं, उसी तरह मातृ दिवस की भी छुट्टी होती है। यह छुट्टी अन्ततः इतनी व्यवसायिक बन गई कि इसकी संस्थापक, एना जार्विस, तथा कई लोग इसे एक "होलमार्क होलीडे", अर्थात् एक प्रचुर वाणिज्यिक प्रयोजन के रूप में समझने लगे। एना ने जिस छुट्टी के निर्माण में सहयोग किया उसी का विरोध करते हुए इसे समाप्त करना चाहा। एक विचार धारा ने दावा किया कि मातृ पूजा की रिवाज़ पुराने ग्रीस से उत्पन्न हुई है जो स्य्बेले ग्रीक देवताओं की मां थीं, उनके सम्मान में ही मातृ दिवस मनाया जाता है। यह त्यौहार एशिया माइनर के आस-पास और साथ ही साथ रोम में भी वसंत विषुव के आस-पास इदेस ऑफ़ मार्च (15 मार्च) से 18 मार्च तक मनाया जाता था। कुछ लोगो का मानना है कि मदर्स डे कि शुरूआत एक अमेरिकन

फादर्स डे-----पितृ दिवस (जून का तीसरा रविवार)

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  फादर्स डे  पिताओं के सम्मान में एक व्यापक रूप से मनाया जाने वाला पर्व हैं जिसमे पितृत्व (फादरहुड), पितृत्व-बंधन तथा समाज में पिताओं के प्रभाव को समारोह पूर्वक मनाया जाता है। अनेक देशों में इसे जून के तीसरे रविवार, तथा बाकी देशों में अन्य दिन मनाया जाता है। यह माता के  सम्मान  हेतु मनाये जाने वाले  मदर्स डे  (मातृ-दिवस) का पूरक है। फादर्स डे की शुरुआत बीसवीं सदी के प्रारंभ में पिताधर्म तथा पुरुषों द्वारा परवरिश का सम्मान करने के लिये मातृ-दिवस के पूरक उत्सव के रूप में हुई. यह हमारे पूर्वजों की स्मृति और उनके सम्मान में भी मनाया जाता है।फादर्स डे को विश्व में विभिन तारीखों पर मनाते है - जिसमें उपहार देना, पिता के लिये विशेष भोज एवं पारिवारिक गतिविधियाँ शामिल हैं। आम धारणा के विपरीत, वास्तव में फादर्स डे सबसे पहले पश्चिम वर्जीनिया के फेयरमोंट में 19 जून 1910 को मनाया गया था। कई महीने पहले 6 दिसम्बर 1907 को मोनोंगाह, पश्चिम वर्जीनिया में एक खान दुर्घटना में मारे गए 210 पिताओं के सम्मान में इस विशेष दिवस का आयोजन श्रीमती ग्रेस गोल्डन क्लेटन ने किया था। प्रथम फादर्स डे चर्च आज भी सेन्ट्रल